Wednesday 13 November 2013

बच्चों तुम सब जीवो शान से

बच्चों तुम सब जीवो शान से
कभी किसी के आगे न झुकना !
आंधी या तूफ़ान भी आए
कभी भी तुम ना रुकना !!
तुम हो हिन्दुस्तानी-तुम हो हिन्दुस्तानी...

तुम्हारे सहारे है भारत माता
कब से तेरी पुकार करे !
उस दुश्मन के सर को कुचल दो
जो इस पर कभी वार करे !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...

पटेल-बोस -आजाद भगत सिंह,
नेहरु-शास्त्री-गांधी, !
तेरी जरुरत इस समय देश को
बन जावो तुम आंधी !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...

इन्ही महा पुरुषो के ,
सपनो को तुम साकार करो !
भारत की तुम आन हो बच्चो,
नही  किसी से कभी डरो !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...

अपनी प्यारी मातॄभुमि के,
सर को दुश्मन घेरे है !
सर मे कफ़न बांध लो अपने,
ये सभी दुश्मन तेरे है !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...

कई देश द्रोही भी यहा पर,
अपना डेरा डाले है !
निर्दोषों की हत्या करके,
उनके मुह सफ़ेद दिल काले है !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...

तुम इनकी पहचान को करके
इनके सपने चूर करो !
अपनी हिम्मत और ताकत से
इन सब को यहां से दूर करो !!
तुम हो हिन्दुस्तानी....

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
दिनांक-२४//१९९१,
वुद्धवार,रात्रि १०.३० बजे,
एन.टी.पी.सी.,दादरी गाजिया बाद(.प्र.)