बच्चों तुम सब जीवो शान
से
कभी किसी के आगे न झुकना
!
आंधी या तूफ़ान भी आए
कभी भी तुम ना रुकना !!
तुम हो हिन्दुस्तानी-तुम हो हिन्दुस्तानी...
तुम्हारे सहारे है भारत
माता
कब से तेरी पुकार करे !
उस दुश्मन के सर को कुचल
दो
जो इस पर कभी वार करे !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...
पटेल-बोस -आजाद भगत सिंह,
नेहरु-शास्त्री-गांधी, !
तेरी जरुरत इस समय देश को
बन जावो तुम आंधी !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...
इन्ही महा पुरुषो के
,
सपनो को तुम साकार करो
!
भारत की तुम आन हो बच्चो,
नही किसी से कभी डरो !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...
अपनी प्यारी मातॄभुमि
के,
सर को दुश्मन घेरे है
!
सर मे कफ़न बांध लो अपने,
ये सभी दुश्मन तेरे है
!!
तुम हो हिन्दुस्तानी...
कई देश द्रोही भी यहा पर,
अपना डेरा डाले है !
निर्दोषों की हत्या करके,
उनके मुह सफ़ेद दिल काले
है !!
तुम हो हिन्दुस्तानी...
तुम इनकी पहचान को करके
इनके सपने चूर करो !
अपनी हिम्मत और ताकत से
इन सब को यहां से दूर करो
!!
तुम हो हिन्दुस्तानी....
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
दिनांक-२४/७/१९९१,
वुद्धवार,रात्रि १०.३० बजे,
एन.टी.पी.सी.,दादरी गाजिया बाद(उ.प्र.)