हे मुरली मनोहर श्याम।
हे मुरली मनोहर श्याम।
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
मेरे बिगड़े बनाने काम।।
प्रभु आओ, प्रभु आओ….
मेरी नैया डोल रही है, बीच भँवर में आओ।
एक भरोसा मुझको तुमपर, आकर लाज बचाओ।।
मुझे जग से नहीं है काम….
प्रभु आओ, प्रभु आओ….
हे मुरली मनोहर श्याम
मेरे बिगड़े बनाने काम…
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
मुझको कोई पंथ ना सूझे, तेरा एक सहारा।
ले चल मुझको दूर यहाँ से, अब नहीं यहाँ गुजारा।।
मैं लूँगा तुम्हारा नाम….
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
हे मुरली मनोहर श्याम।
प्रभु आओ प्रभु आओ….
मेरे बिगड़े बनाने काम…
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
सब अपराध क्षमा करके , अपना लो गोकुल वाले।
तेरी लीला बहुत सुना हूँ, तुम हो बड़े निराले।।
मुझे ले जाने निज धाम…
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
हे मुरली मनोहर श्याम।
प्रभु आओ प्रभु आओ….
मेरे बिगड़े बनाने काम…
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
मेरी बुद्धि थोड़ी सी है, हूँ जन्मों का पापी।
पातक के उद्धारक तुम हो, जग में परम प्रतापी।।
मैं दुनिया में बदनाम…..
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
हे मुरली मनोहर श्याम।
प्रभु आओ प्रभु आओ….
मेरे बिगड़े बनाने काम…
प्रभु आओ, प्रभु आओ…
कवि मोहन श्रीवास्तव
15/04/91