वे शेरे दिल हैं भारत के,
वे गोली-बारूद से नहीं डरते ।
वे दुश्मनों की गीदड़-भभकी से,
कभी पिछे हटा नहीं करते ॥
गीदड़ों का काम है दहशत फैलाना,
पर शेर का काम आगे बढ़ना ।
अपनी मंजिल मिलने तक,
मरते दम तक है लड़ना ॥
डरना,धमकाना,दहशत फैलाना,
इनसे उनकी हताशा साफ झलकती है ।
पर मतवाला हाथी चलता रहता,
कुछ लोग शोर तो करते
रहते हैं ॥
बंब बिस्फोटों व धमकाने से,
ऐसे उनके हाथों को और मजबूती मिलेगा ।
अब हर दिल के मानसरोवर मे,
कमल का फूल ही खिला होगा ॥
विकास पुरूष नरेंद्र मोदी जी के,
हाथों को आवो मजबूत करें ।
सुंदर भारत को बनाने के लिये,
आवो हम अपना योगदान जरुर करें ॥
सुंदर भारत को बनाने के लिये,
आवो हम अपना योगदान जरुर करें......
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
30-10-2013,Wednesday,08:50pm,(780),
Pune,Maharashtra.
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