"राम जी का नाम लेके"
गीतिका छंद ( SISS SISS SISS SIS )
राम जी का नाम लेके , काम सारे कीजिये |
जागते सोते सदा ही , नाम प्यारे लीजिये ||
राम ही प्यारे सभी को ,राम ही हैं तारते |
राम ही हैं प्राण देते , राम ही संहारते ||
राम छंदातीत हैं तो , राम प्यारे मीत हैं |
राम कालातीत हैं तो , राम मेरे गीत हैं ||
राम ही सारा जहाँ हैं , राम ही ब्रह्माण्ड हैं |
राम ही दाता विधाता , वो सवेरे चाँद हैं ||
राम जी का काम ही है ,प्राणियों को तारना |
हार के भी जीत देते , ये सदा ही मानना ||
हो धनी या हो भिखारी , रंक राजा और हो |
राम की पाते कृपा ही , या कसाई चोर हो ||
राम को जो जान लेते , दास हैं वो राम के |
काटते बाधा सभी के , आसरे जो राम के ||
राम जी संसार के हैं , बाप सारे जानिये |
ध्यान सेवा राम का हो , राम को ही मानिये ||
राम जी का नाम लेके , काम सारे कीजिये |
जागते सोते सदा ही , नाम प्यारे लीजिये ||
कवि मोहन श्रीवास्तव
रचना क्रमांक :- (११२५ )
2 comments:
जय श्री राम
जय श्रीराम
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