भारत माँ खुशी से नाच रही ।
आजादी की पावन बेला में,
वो अपने खुशियों को बांट रही ॥
जन-जन में है उत्साह भरा,
आजादी का जश्न मनाने को ।
याद कर रहे आज सब कोई,
आजादी के मतवालों को ॥
शौर्य प्रदर्शन कर हम अपना,
दुनिया को दिखलाते हैं ।
हम किसी से कम हैं नहीं,
ये दुश्मनों को खूब समझाते हैं ॥
लहर-लहर लहरा है रहा,
हम सब का तिरंगा प्यारा ।
जो सारे जग को संदेश दे रहा,
सत्य,अहिंसा,भाईचारा ॥
इस झण्डे के तले खड़े हो,
सौगंध आज हम खायेंगे ।
अपने भारत की रक्षा में,
हम अपने प्राण गंवायेंगे ॥
अपने भारत की रक्षा में,
हम अपने प्राण गंवायेंगे....
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
24-01-2014,Friday,06:00pm,(840)
Pune,M.H
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