आप सभी मित्रों को महाशिवरात्रि
की हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई,,,भगवान भोले नाथ जी व माता पार्वती आप सब पर सदा ही
अपनी पावन कृपा बनाये रखें..............
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि,
शिव जी गिरिजा संग नाचे ।
पावन त्योहार,शिव का श्रृंगार,
पावन त्योहार,शिव का श्रृंगार,
जिसे देख के काम भी लाजे ॥
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि...
होते ही भोर,मुर्गे की शोर,
सुनकर गिरिजा जी जागीं ।
होके तैयार,करके श्रृंगार,
भोले के चरण में लागी ॥
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि...
पूजा की थाल,अबीर और गुलाल,
दीपक भी थाल मे साजे ।
चल दी हैं आज,गणपति की मातु,
भोले जी जहां हैं बिराजे ॥
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि...
बिषधर का रूप,मनमोहक रूप,
सबके मन को ललचाए ।
अंग मे भभूत,सुंदर स्वरूप,
वो सबको बहुत लुभाए ॥
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि...
पीते हैं भंग,बजता मृदंग,
और नाग गले मे साजे ।
भूतों का संग,मदमस्त बसंत,
सिर पे गंगा माँ बिराजे ॥
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि...
चढ़े है धतूर,बेल और पुष्प,
ॐ नम: शिवाय सब जापे ।
लम्बी कतार,भोले के द्वार,
हर-हर महादेव है व्यापे ॥
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि.....
भोले प्रसन्न,गिरिजा जी धन्य,
जो ऐसे पति हैं पाई ।
बाबा महान,कोई ना शान,
देखो शिवरात्रि आई ॥
आई शिवरात्रि,खुशियों की रात्रि,
शिव जी गिरिजा संग नाचे ।
पावन त्योहार,शिव का श्रृंगार,
पावन त्योहार,शिव का श्रृंगार,
जिसे देख के काम भी लाजे ॥
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
23-02-2014,Sunday,03:40am,(860)
Pune,M.H.
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