Monday, 19 February 2024

बंदर-बंदरी की शादी


आओ बच्चों तुम्हें दिखायें,
बंदर-बंदरी की शादी
बंदर बने हैं दुल्हे राजा,
और बंदरी दुल्हन रानी

दुल्हे राजा के हाथ मे लाठी,
करने चले हैं शादी
साथ मे उनके बहुत से साथी,
जो सभी बने हैं बराती

जंगल के राजा शेर सहित,
और ऊंट,सियार हाथी
हिरन,गौरया,मोर मैना,
कोयल बहुत है इतराती

गिद्ध,गरुड़ तोता हारिल,
गाय,बैल खरगोस भी हैं
तरह-तरह के जंगली जानवर,
जो कर रहे उद्घोष भी हैं

दुल्हे राजा उछल-कूद के,
आगे बढ़ते जायें
दुल्हन रानी लगा के लिपिस्टिक,
खुश होके दांत दिखाये

दुल्हे राजा के सिर का मुकुट,
जो कभी टिक ना पाये
दुल्हन रानी का भी घूंघट,
सरक-सरक है जाये

हो गई है शादी राजा-रानी की,
दोनो खुशी-खुशी घर आये
नयन-मटक्का करते-करते,
दोनों जीवन साथ बितायें


आओ बच्चों तुम्हें दिखायें,
बंदर-बंदरी की शादी
बंदर बने हैं दुल्हे राजा,
और बंदरी दुल्हन रानी

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
28-01-2014,Monday,02:30pm,(845)

Pune,M.H.





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