Tuesday, 6 July 2021

(महाभुजंग प्रयात सवैया,वर्णिक)"सती वियोग मे भगवान महादेव जी की दशा का वर्णन""भवानी बिना आज कैलाश सूना"

(महाभुजंग प्रयात सवैया,वर्णिक)
"सती वियोग मे भगवान महादेव जी की दशा का वर्णन"
"भवानी बिना आज कैलाश सूना" 
भवानी बिना आज कैलाश सूना,सती नाम लेके महादेव रोते।
करें याद सारी पुरानी कहानी,जली है सती सोच नैना भिगोते।।
हिया में सदा वो समाई हुई है, प्रिया सोच में नाथ आनंद खोते।
न जागें न सोयें न पीयें न खायें, गणों संग रोते मृगा मोर तोते।।1।। 

जटा जूट का भी नहीं ध्यान कोई, पुरारी लगें ज्यों गवायें हुए हैं।
जहाँ शंभु जाते सती साथ होती, व्यथा भाव यादें सवाये हुए हैं।।
हमेशा सताती उन्हें याद प्यारी, महाशोक कैलाश छाये हुए हैं।
बिना प्राणप्यारी वृथा जिंदगानी, यही सोच बाबा, झंँवाये हुए हैं।।2।। 

कवि मोहन श्रीवास्तव

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