Saturday 25 January 2014

आजादी की पावन बेला में


मगन है धरती,आकाश मस्त है,
भारत माँ खुशी से नाच रही
आजादी की पावन बेला में,
वो अपने खुशियों को बांट रही

जन-जन में है उत्साह भरा,
आजादी का जश्न मनाने को
याद कर रहे आज सब कोई,
आजादी के मतवालों को

शौर्य प्रदर्शन कर हम अपना,
दुनिया को दिखलाते हैं
हम किसी से कम हैं नहीं,
ये दुश्मनों को खूब समझाते हैं

लहर-लहर लहरा है रहा,
हम सब का तिरंगा प्यारा
जो सारे जग को संदेश दे रहा,
सत्य,अहिंसा,भाईचारा

इस झण्डे के तले खड़े हो,
सौगंध आज हम खायेंगे
अपने भारत की रक्षा में,
हम अपने प्राण गंवायेंगे
अपने भारत की रक्षा में,
हम अपने प्राण गंवायेंगे....

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
24-01-2014,Friday,06:00pm,(840)

Pune,M.H