Wednesday 17 September 2014

आएंगे अच्छे दिन अपने ?


बढ़  रहे  दाम  है  तेजी  से,
लोगों  का  हाल   बेहाल  हुआ  ।
आएंगे अच्छे  दिन  अपने  ?
हर ,दिल   में  आज  सवाल  उठा  ॥


भारत  का  नाम  बढ़ रहा है  आज ,
इसमे  कोई  संदेह  नहीं  ।
 पर महंगाई  रोकने  में अब  तक,
मोदी  सरकार  है  बिफल  रही  ॥

सरकारी  कामो  में  पारदर्शिता ,
इससे  जनमानस   में  बहुत  ख़ुशी 
 पर  रोटी -कपड़ा -मकान   के  लिए ,
आज  आम  आदमी  सभी  दुखी  ॥

नहीं चाहिए  सोना -चांदी ,
ना  ही महल  व  गाड़ी  ।
 रोटी -कपड़ा  व  सस्ते घर  हों ,
यही है मांग  हमारी  ॥ 

पर  आज  जिस  तरह  से  बढ़  रहे  हैं  दाम ,
ये  किसी  भी  तरह  से  ठीक  नहीं  । 
आएंगे  अच्छे  दिन  अपने  ?
 यह  हास्य  से बढ़कर  कुछ  भी  है  नहीं  ॥
 आएंगे  अच्छे  दिन  अपने  ? 
यह  हास्य  से बढ़कर  कुछ  भी  है  नहीं>>>>>

मोहन  श्रीवास्तव  (कवि )

13-09-2014,saturday, 06: 30  pm,Bahri,Sidhi (M.P)    

Thursday 4 September 2014

शिक्षक दिवस पर आप सभी को

गुरू  सदा  से  रहें  हैं  इस धरा  पे ,
और  आगे  भविष्य  में  रहेंगे  भी  । 
उन सब  के  आशीर्वाद से ही ,
 हम  सब  फूल  व फल रहे  सभी  ॥ 


बिना  गुरु  के ज्ञान  नहीं ,
ये वाक्य  भी  शत -प्रतिशत  है सही  । 
गुरु  हैं  मिलते  कई  रूप  में ,
मात -पिता  या  शिक्षक  हो कोई  ॥ 

 जिनसे  हम कुछ  सीख है  पाते ,
उन्हेँ    गुरु ही  हम  जाने । 
गुरु  से कभी  कपट  नहीं  करना, 
उन्हें  भगवान  से भी बढकर  माने ॥ 

कभी  गुरु का दिल न दुखाऐं ,
ना ही  कभी अपमान करें  । 
शुद्ध  ह्रदय  से सदा ही उनको ,
झुक  कर सदा प्रणाम  करें ॥ 

शिक्षक  दिवस पर  आप   सभी   को ,
बहुत -बहुत है बधाई  । 
सभी गुरुओं  को मेरा  शत -शत है नमन ,
जो हम सब की करते भलाई ॥ 
सभी गुरुओं  को मेरा  शत -शत है नमन ,
जो हम सब की करते भलाई …… 

मोहन  श्रीवास्तव (कवि )
04-09-2014, Thursday,Bahri,Sidhi (M.P)
(869) 03.00 PM
9009791406