हो रहे हम जुदा आप से साथियों,
आप खुश होके हमको बिदा किजीए !
लिजिए आप अपनी अमानत सही,
इसकी रक्षा मे हर पल रहा किजीए !!
हो रहे हम जुदा....................
अपने शरहद पे दुश्मन खड़े ताक मे,
दुश्मनों की नजर से बचा किजीए !
बे खबर सोइएगा नही आप युं,
लाज भारत की अपने बचा लिजीए !!
हो रहे हम जुदा............
हम वतन के लिए जंग लड़ते हुए,
गोली सिने पे खाई है हसते हुए !
पीठ हमने दिखाई नही साथियों,
लड़ रहे आखिर दम तक हम मरते हुए !!
हो रहे हम जुदा................
हम वतन के लिए मर रहे आज हैं,
याद आए कभी तो तुम रोना नही !
पोंछ लेना इन आखोंके आंसू को तुम,
साहस को अपने दिल से तुम खोना नही !!
हो रहे हम जुदा............
कर रहे भारत मां को सलाम आखिरी,
लाख अपनी दुआएं लगे आपको !
आप मिल-जुल के सब रहना प्यार से,
दिल से अपने सजाना भारत माता को !!
हो रहे हम जुदा आप से साथियों,
आप खुश होके हमको बिदा किजीए !
लिजिए आप अपनी अमानत सही,
इसकी रक्षामे हर पल रहा किजीए !!
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
८/७/१९९९,बृहस्पतिवार,रात्रि १०.३० बजे,
चन्द्रपुर महा.
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