काले बाल कराने का फ़ैशन,
आज बहुत तेजी से चल रहा है !
अब युवावों को देख-देख कर,
वृद्धों का मन भी मचल रहा है !!
बाल पके हों दादा जी के तो,
दादी जी मुस्काती हैं !
बाल काले कराने का नुस्खा,
दादी जी सिखलाती हैं !!
भैया जी के बाल पके जब,
भाभी जी रोब दिखाती हैं !
बाल काले करावो नही तो,
मै अपने मैके जाती हूं
!!
इसका कमाल होता है ,कभी जब,
कोई आंटी को दिदी बुलाने लगे !
अंकल को
जब कोई बच्चा,
अंकल से भैया बुलाने लगे !!
हम भी, अपनी श्रीमती जी, के कहने पर,
काले बाल करा के जब घर मे आए !
बच्चों ने कहा अपनी मम्मी से,
देखो मम्मी नए-
नए अंकल आए !!
देखो मम्मी नए-नए अंकल आए..
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
दिनांक-२८/१२/१९९९, वॄहस्पतिवार,
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