जीवन को सुखमय बनाना है तो,
सुरक्षा को अपनाना है!
सेफ़्टी हेल्मेट पहन के पहले,
फ़िर आगे कदम बढ़ाना है!!
सेफ़्टी जूते पैरों मे पहनो,
और सेफ़्टी गागल आंखो में!
सेफ़्टी बेल्ट पहन के उपर चढ़ना,
और दस्तानें पहनो हाथों में!!
देश को तुमसे ढ़ेरों आशा,
और परिवार को तुम्हारा सहारा है!
रह तुम्हारी तकते बच्चे,
जिनका बस आश तुम्हारा है!!
जल्दबाजी काम मे ठीक नही,
संभल- संभल के काम करो!
दुर्घटना से देर भली,
यह अपने दिल मे सदा धरो!!
कदम-कदम पे खतरा है,
और जीवन अपना प्यारा है!
सवधानी पुर्वक काम करो,
यह संदेश हमारा है!!
मोहन श्रीवास्तव
दिनांक-२०/७/२०००, मंगलवार, शाम - ५.४५ बजे
चंद्रपुर (महाराष्ट्र)
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