आवो हम सब शैर करें, अपने छत्तीसगढ के कुछ स्थानों की !
जहा कई सन्त व वीर हुए, अपने पुण्य भूमि के छावों की !!
धान का कटोरा छत्तीस गढ ,जहां तरह-तरह का दर्शन होता है !
यहांके विशाल वन-सम्पदाओं से , लोगों का दिल खुश होता है !!
आर्थिक राजधानी रायपुर,जिसका विकास चरम पर है !
अपने संस्कृति को सुरक्षित रख,जहां आधुनिकता कदम-कदम पर है !!
माई रतनपुर वाली की,महिमा बहुत महान है ।
जो भक्तों को है सदा देती,मनचाहा,वरदान है ॥
भिलाई स्पात कारखाना, जो विदेशों मे नाम कमाता है !
बस्तर की कला- संस्कृति जो छत्तीसगढ का शान बढाता है !!
माई दन्तेश्वरी का मंदिर जो , दन्तेवाड़ा कि शान है!
जो भक्तों पे कृपा सदा रखती, उसकी महिमा बहुत महान है!!
कोरबा-ताप विद्युत- संयत्र ,जो देश की शोभा बढाता है!
कोरबा मे ही अल्म्युनियम, धातु बनाया जाता है!!
दल्ली-राजहरा व बैलाडीला मे, लौह अयस्क की, खदानें हैं!
मैनपुर व देवभोग के हीरों के, कितने-कितने दिवानें हैं!!
डोंगरगढ की मां बम्लेश्वरी का मन्दिर जो, राजनांद गांव जिले मे आता है!
मन-मांगी मुरादें पाने को ,भक्तों का झुन्ड वहां जाता है!!
गुरू घासी दास की तपो-भूमि, जो गिरोद पुरी मे आता है!
राजिम- कुंभ की महिमा अपार, जहा मन पवित्र हो जाता है!!
पावन नदियां बहती हैं यहां, जिनमे महानदी तो महान है!
सबरी,खारून, शिवनाथ नदी, ईन्द्रावती तो जीवन दान है!!
यहां कई तरह के जल- प्रपात ,जो मन को बहुत लुभाते हैं!
जिनमे चित्रकोट के जल प्रपात को,लोग देखने जाते हैं!!
यहां जल संचय के लिए कई बांध, जिनमे गंगरेल बांध अति उत्तम है!
माढम-सिल्ली, सोढूर- सिकासेर, दुधावा बांध भी अनुपम है!!
कई मनोरम पर्यटन स्थल ,जिसमे सिर पुर की अलग पहचान है!
भोरमदेव -आरंग -बारसुर, जिसमे श्रृंगी ॠषी का पर्वत महान है!!
खनिज़ -सम्पदा व वन-सम्पदा,यहां कई तरह के उद्योगों की भर-मार है!
भोले-भाले आदि-वासियों का ,यहां अपना अलग संसार है !!
यहां की प्राकृतिक सुन्दरता का, हम कर सकते बखान नही!
छत्तीसगढ का कश्मीर है बस्तर,जिसका कोई शान नही!!
त्योहारों का राज्य छत्तीस गढ, जहां सारे त्योहार मनाए जाते हैं!
होली-दिवाली -हरियाली -ईद, सब मिल-जुल कर यहां मनाते हैं!!
पर आज ये हसता-खिलता ये राज्य,नक्सलवाद की आग मे जल रहा है ।
जहां छत्तीसगढ़ में सभी जगह,इनका ही साम्राज्य चल रहा है ॥
यहां का सामाजिक रीति-रिवाज, व पंचायती व्यवस्था अति सुन्दर है!
अनोखा राज्य यह भारत का जिसका दिल तो बस्तर है,
अनोखा राज्य यह भारत का, जिसका दिल तो बस्तर है।
आओ हम सब शैर करें ,अपने छत्तीसगढ के कुछ स्थानों की..
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
दिनांक-१३/१२/२००९,समय-
२.३० ए.एम,रविवार,
स्थान- कोन्डागांव, बस्तर (छत्तीसगढ)
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