हे महावीर स्वामी मेरे,उद्धार करो इस दुनिया से
!
छोटी सी भेंट स्वीकार करो,प्रभु मुझ अग्यानी दुखिया
से !!
हे महावीर स्वामी.........
तुम महा शक्ति,तुम महाकाल ,जीवन प्रदान करने वाले !
श्री राम चन्द्र की भक्ति
मे, जीवन अर्पण करने वाले !!
हे महावीर...................
हम बाल तुम्हारे द्वार
खड़े,कब से प्रभु तुम्हे पुकार
रहे !
तुम दयावान हो दया करो
प्रभु,सन्त तुम्हे सब कोई कहे
!!
हे महावीर...........................
अतुलनीय बल है तुममे,जिसका प्रभु तुमको ध्यान
नही !
हम याद दिलाते है तुमको,अपने को तुम समझो तो सही
!!
हे महावीर.......................
हम महाजाल मे है अटके,इस जाल को तुम काटो मेरे
!
निज भक्ती दे दो हे भगवन,हम बालक है सब कोई तेरे
!!
हे महाबीर.................
हम दीन-दुखी बेसहारे हैं,हमारा तो कोई सहारा नही
!
एक मात्र आसरा प्रभु तुझ
पर,और कोई हमारा है नही !!
हे महाबीर..........................
हमारे अपराध क्षमा कर दो,हम बच्चे है तेरे भगवन !
अब तो प्रभु हमारी पुकार
सुनो,दूर करो हमारे बन्धन !!
हे महाबीर.........................
लाल-लाल है मुख तेरा प्रभु,लाल-लाल तेरी काया है!
वो सब कुछ है तेरा भगवन,जो कुछ भी हमने पाया है!!
हे महाबीर स्वामी मेरे...........................
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
दिनांक-२/८/१९९१ शुक्रवार
शाम ५.५० बजे,
एन.टी.पी.सी. ,दादरी ,गाजियाबाद (उ.प्र.)
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