Sunday 27 November 2011

तिरंगा

खुश रहे तिरंगा प्यारा,खुश रहे तिरंगा प्यारा...

यह भारत की शान है,यह भारत की आन है !
इसकी छाया मे ही अपना सारा हिन्दुस्तान है !!

बड़े-बड़े जो बीर पुरुष थे,वे इसकी भेट  चढ़े हैं !
इसकी रक्षा मे ,करोणों लोग खड़े हैं !!
भारत का यह सितारा ,खुश रहे तिरंगा प्यारा...

लहर-लहर लहरा के, शान बढ़ाए हमारा
संदेश दे रहा जग को,सत्य,अहिंसा-भाई -चारा
खुश रहे तिरंगा..................

इस झंण्डे के ओर कोई भी ,बुरी नजर से देखेगा
सर को कुचल देंगे हम उसके,सारा जग जिसे देखेगा
खुश रहे तिरंगा....................

बापू-सुभाष-आजाद-भगत सिंह,उन सब की है ये बिरासत
इसकी रक्षा मे हम कर देगे,अपने प्राण निछावर
खुश रहे तिरंगा..............................

बहुत बड़ी मुश्किल से मुझको, मेरा तिरंगा मिला है
सबका दिल है मगन आज,ये भी फूलों सा खिला है
खुश रहे तिरंगा........................

शत-शत बार नमन है इसको, शत -शत बार प्रणाम मेरा
दिल से हमारी यही दुआ है,उचा होवे नाम तेरा
खुश रहे तिरंगा प्यारा..............................

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
दिनांक-१६//१९९१ ,शुक्रवार,शाम- .१५ बजे,

एन.टी.पी.सी. ,दादरी ,गाजियाबाद(.प्र.)

 

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