Monday 19 February 2024

शिव स्तुति (तुम्हें दिल में बसा लूं मैं)

तुम्हें दिल में बसा लूं मैं,पलकों में बिठा लूं मैं ।
भोले मेरे भोले,तुम्हें नजरों से चुरा लूं मैं ॥
तुम्हे दिल में बसा लूं......

प्रभु तव रूप मनोहर है,मुखड़ा है प्यारा ।
मोहित हो जाता है,देखो जग ये सारा ॥
तुम्हे दिल में बसा लूं......

हे आदि,अनादि प्रभो,तुम घट-घट के वासी ।
तुम सब जगह में रहते हो,मथुरा या काशी ॥
तुम्हे दिल में बसा लूं......

प्रभु काम देव तुम हो,मनमोहिनी तुम ही हो ।
हे बिष धारी भगवन,हर रूप में तुम ही हो ॥
तुम्हे दिल में बसा लूं......

प्रभु जब से तुम्हें देखा,मैं सब कुछ भूल गया ।
मेरा मन तो हे भगवन,है खुशी से फूल रहा ॥
तुम्हे दिल में बसा लूं......

प्रभु दूर नहीं जाना,पास मेरे रहना ।
मेरे दिल में बाबा तुम,हर पल ही रहा करना ॥

तुम्हें दिल में बसा लूं मैं,पलकों में बिठा लूं मैं ।
भोले मेरे भोले,तुम्हें नजरों से चुरा लूं मैं ॥
तुम्हे दिल में बसा लूं......

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
26-07-2013,friday,8.30pm,
pune,maharashtra.



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