Monday 19 February 2024

दहेज के लिए मारा जाता


पत्थर दिल भी कलेजा कांप उठता,

और आंखों में आंसू आ जाता !

जब किसी बाप की बेटी को,

दहेज के लिए मारा जाता !!



उन दहेज लोभी-दरिदों के दिलों में,

इंसान का खून नही होता होगा!

उन अत्याचारियों के नश-नश में,

किसी बहसी जानवर का खून भरा होगा !!



आज हमारे कई घरों मे ,

बहुवों को सताया जाता है !

मैके से दहेज लाने के लिए उन पर,

कई तरह से दबाव बनाया जाता है !!



नर्क बन गया है , जीवन उनका,

उनके रोज-रोज के अत्याचारों से !

वेदना है उनकी नश-नश में,

उनके तीब्र प्रहारों से !!



दहेज के इन भूखे- भेड़ियों को,

कठोर सजाएं दी जाए !

जिससे उनको देख-देख कर,दहेज के लिए,

कोई अपनी बहुवों पर ज़ुल्म न ढहा पाए !!



मोहन श्रीवास्तव (कवि)

www.kavyapushpanjali.blogspot.com

दिनांक-२४/०२/२०००,वॄहस्पतिवार

दोपहर-१२.१० बजे

चंद्रपुर(महाराष्ट्र)

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