Monday 19 February 2024

चंद्रपुर का शैर

आओ बच्चों, शैर करायें,
हम तुम्हें चांदा, नगरी का ।
जहां घूम-घूम कर, दिल भरता ही नही,
जैसे नदी मे, मुंह बंद गगरी का ॥

बाबूपेठ मे, महाकाली का मंदिर,
और तुकुम का, मनोरम गुरुद्वारा ।
देखो गंज वार्ड का, प्यारा मस्जिद,
तो बल्लाशाह का, चर्च है प्यारा ॥

चांदा के ये, ऐतिहासिक दरवाजे,
और सोमनाथ तो, अनुपम है ।
भद्रावती मे महावीर, पार्श्व नाथ का  मंदिर,
जहां मिलती है, शान्ति हमे मन मे है ॥

वरोरा मे बाबा आम्टे, का आनंद वन,
जहां कुष्ठ रोगियों, की सेवाएं की जाती ।
राष्ट्रीय अभयारण्य, ताडोबा का,
जहां जानवरों की, रक्षा की जाती ॥

मनोरम रामाला उद्यान,
जिसे देख आजाद पार्क, भी शरमा जाता ।
इरई बांध का भव्य, जलाशय देखो,
और एम.इ.एल मे, इस्पात बनाया जाता ॥

एशिया प्रसिद्ध, पावर हाउस,
जो दुर्गापुर मे, आता है ।
यहां कई छोटे-बड़े, कोयला खदान,
जो जंगल मे, मंगल लाता है ॥

समय है कम,और काम है जादा,
अगली छुट्टियों मे, हम और घुमेंगे ।
चन्द्रपुर के औ,र स्थलों को,
हम देख-देख, कर झुमेंगे ॥

आओ बच्चों, शैर करायें,
हम तुम्हें चांदा, नगरी का ।
जहां घूम-घूम कर, दिल भरता ही नही,
जैसे नदी मे, मुंह बंद गगरी का ॥

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
20-01-2000,3am,thursday,
chandrapur,maharashtra.

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