Monday 19 February 2024

ये प्यार है प्यार है प्यार दोस्तों

ये प्यार है प्यार है, प्यार दोस्तों।
ये मिलता ना कभी भी, उधार दोस्तों

प्यार की परिभाषा का, कोई अंत नही है
प्यार जैसा दुनिया मे, कोई मंत्र नही है

प्यार की तो बोली से, भगवान मिल जाते
मुर्झाए चेहरे प्यार से, देखो हैं खिल जाते

दुनिया के सभी रिश्तों मे, तो प्यार बड़ा है
जीवन के हरेक मोड़ पे, प्यार खड़ा है

प्यार किसी भी चीज से, हो सकता है यारों
ईंषान,जानवर या फरिश्ता, कोइ यारों

प्यार वह प्यार नही जहां, दौलत की बात हो
प्यार वो भी प्यार नही,जहां इकतरफा प्यार हो

ऐसे ही प्यार मे तो, जोड़ों का प्यार है
पति-पत्नी,प्रेमी-प्रेमिका या, कोई और है

जो इक-दुसरे के बिना, देखो रह नही पाते
प्यार के तो वास्ते, सभी छोड़ते नाते

मिल-जुल के दोनो देखो, सपने सजाते हैं
इक-दुसरे के प्यार मे, वे खो से जाते हैं

सुख-दुःख को आपस मे वे,प्यार से हैं बाटते
जीवन के दिन रात को, मिल-जुल के काटते

ना होंगे हम जुदा कभी, वे कसम खाते हैं
जीवन के हरेक गीत को, दोनो ही गाते हैं

पर दुर्भाग्यवश दोनो जब, कभी दूर होते हैं
दिल तो रहता है पास पर, तन दूर होते हैं

होता बहुत कठिन है, जीवन का बिताना
हसते हुए से बाग मे, आगों का लगाना

दोनो ही तड़पते हैं, मिलने के लिये
जींदगी की राह मे, संग चलने के लिये

मोहन की आरजू है, नही दूर जाइये
बिछुड़े  हुए तो प्यार को, गले लगाइये

ये प्यार है प्यार है, प्यार दोस्तों।
ये मिलता ना कभी भी, उधार दोस्तों

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
17-08-2013,saturday,2:30pm,(727),
pune,maharashtra.



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