Monday 19 February 2024

आवो हम हर दिन ईद मनायें

आज खुशियों का दिन, ईद का है,
सब के दिल, हो रहे मगन हैं ।
बच्चे भी फूलों से, खिल रहे हैं,
खुश हो रहा देख के, आज गगन है ॥

दुश्मनी को दिल, से भुलाकर,
गले मिलने से पहले, दिल मिलावो ।
ना अंधेरा हो, कोई घर में,
प्यार की ज्योति, सब मे लजावो ॥

जींदगी के सुहाने, सफर मे,
नफरत को आज, जड़ से मिटा दो ।
इस हरे-भरे, गुलशन को,
अपने खुशबू से, महका दो ॥

अब शिकवा-शिकायत, भुलाकर के,
सब को खुश होके, गले लगावो ।
अमन-शंति से, सब रहे सदा,
आवो हम हर दिन, ईद मनायें ॥

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
07-01-2000,friday,11:10am,
chandrapur,maharashtra.

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