आवो हम सब सैर करें,
अपने उत्तर प्रदेश के कुछ गांवो की !
जहां कई सन्त व बीर हुए,
ऐसे पुण्य भुमि के छावों की !!
पावन भुमि है उत्तर - प्रदेश का,
जहा तरह-तरह का दर्शन होता है !
भारत का दिल बसता है यहा,
जिससे सारा विश्व प्रभावित होता है !!
प्रदेश की राजधानी यह है लखनऊ,
जो नवाबों का शहर कहलाता है !
कानपुर का चमड़ा और कपड़ा,
जो विदेशों मे नाम कमाता है !!
बनारस के पान का जादू,
और साड़ी का तो जवाब नही !
काशी के महिमा का तो,
हम कर सकते हैं बखान नही !!
गंगा-यमुना और सरस्वती,
नदियों का अनुपम संगम है !
यह तिर्थ राज प्रयाग ही है,
जहा मिलती है शान्ति हमे मन मे है !!
कजरी मिर्जापुर का प्रसिद्ध,
यह मां बिन्ध्यवासिनी का दरबार है !
जहा मन चाहा वर मिल जाता ,
इनकी महिमा अपरम्पार है !!
फ़र्रूखाबाद का आलू प्रसिद्ध,
तो अलिगढ़ के ताले !
आगरा का ताजमहल तो,
बांदा के लाठी वाले !!
पान की खेती हमिरपुर मे,
तो झांसी की लक्ष्मी बाई !
जिसने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए,
और बीर गती को थी पाई !!
झुमका प्रसिद्ध है बरेली का,
तो आज़मगढ़ के शूट र!
दिल वाले गोरखपुर के तो,
रामपुर का खन्जर !!
अफ़ीम उद्योग गाजीपुर मे,
तो कालीन प्रसिद्ध है भदोही का !
कॄष्ण जन्मस्थली मथुरा मे तो,
लड्डू प्रसिद्ध है हरदोई का !!
फ़तेहपुर का बुलन्द दरवाजा,
तो राम लला है अयोध्या मे !
सीतापुर मे नैमिषारण्य तीर्थ,
तो फ़िल्म सिटी है नोएडा मे !!
जौनपुर का मूली प्रसिद्ध,
तो क्रान्तिकारी बलिया के !
चकिया का है किला प्रसिद्ध,
तो जी ललचाए देवरिया मे !!
सोनभद्र मे कोयला-बिजली,
तो गणक प्रसिद्ध है मेरठ का !
प्रतापगढ़ मे प्रसिद्ध है चतुराई,
तो सुल्तानपुर मे नाम है अमेठी का !!
छोटे-बड़े और कई है जनपद,
जो एक से बढ़कर एक है !
उत्तर-प्रदेश भारत की धड़कन,
जिसके कई रूप-रंग व वेष हैं !!
आवो हम सब सैर करे,
अपने उत्तर-प्रदेश के कुछ स्थानों की !
जहा काई सन्त व बीर हुए,
ऐसे पुण्य भुमि के छावों की !!
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
दिनांक-२८/७/२००५,बॄहस्पतिवार,रात्रि १०.४५ बजे,
खरोरा, रायपुर(छ .ग.)
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