साजना मेरे साजना,
आ गले लग जा मेरे....२
बालमा मेरे बालमा,
तुमसे मिलने का मेरा दिल करे...२
साजना मेरे साजना........
अब रह न पायें हम,
बिन तेरे मेरे बलम ।
हमें बाहों में भर लो सनम,
तेरे प्यार को तरसे है मन ॥
साजना मेरे साजना........
क्या करूं,कैसे करूं,
हैं बड़ी उलझन में हम ।
तेरे यादों को दिल में बसा,
बस करवटें लेते हैं हम ॥
साजना मेरे साजना........
रात भर सोती नहीं,
दिन मे खो जाता है मन ।
हर पल देखूं मैं राह तेरा,
कब आवोगे मेरे सजन ॥
साजना मेरे साजना........
अब तो जुदा होने का गम,
सह नहीं सकती सनम ।
देखो कहीं तेरे प्यार बिन,
पागल ना हो जाये ये मन ॥
साजना मेरे साजना,
आ गले लग जा मेरे....२
बालमा मेरे बालमा,
तुमसे मिलने का मेरा दिल करे...२
साजना मेरे साजना........
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
15-02-2001,8:40pm,thursday,(454),
dharmapuri,thoppur,tamilnadu.
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