Monday, 19 February 2024

पर रावण को जलाने के पहले

आवो जलाए रावण हम उनकी,
मंहगाई और भ्रष्टाचार की !
जो लूट रहे है देश को अपने,
उन पापियों के अत्याचार की !!

आवो जलाएं रावण हम,
उन दहेज लोभी ईन्षानों की !
जो उन मासूमों को जिन्दा जलाते,
ऐसे पत्थर दिल हैवानों की !!

आवो जलाएं रावण हम उनकी ,
जो आपस मे हमको बाट रहे !
नफ़रत का जहर उगाकर जो,
हमारे खून को चाट रहे !!

आवो जलाएं रावण हम उनकी,
उन मिलावटी दुकानदारों की !
जो मिलावटी चिजे हैं बेचते,
ऐसे सफ़ेदपोश सौदागरों की !!

आवो जलाएं रावण हम उनकी,
उन रिश्वतखोर बेइमानोंकी !
जो गुप-चुप रिश्वत ले लेते,
ऐसे रिश्वत के दिवानों की !!

आवो जलाएं रावण हम उनकी,
उन पापी बलात्कारियों की
जो अबलावों की ईज्जत लूट रहे,
ऐसे दुष्ट मक्कारों की

पर रावण को जलाने के पहले,
हमें हमारे अन्दर के रावण को मारना होगा
रावण के दुराचरण को हमे त्यागकर,
हमको भी राम बनना होगा
रावण के दुराचरण को हमे त्यागकर,
हमको भी राम बनना होगा ......

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
13-10-2013,sunday,9:30am,(769),
pune,maharashtra.



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