Monday, 19 February 2024

आपकी ऊम्र लम्बी हो अमिताभ जी

दो-दो शदियों के महानायक आप हैं,
आपका तो कोई जवाब नहीं
आप से जो भी कर ले बात है,
वो समझते हैं कहीं ख्वाब तो नहीं


आपकी छवि तो कोई मूरत सी है,
जिन्हें सब कोई हैं पूजना चाहते
आप आदर्श हैं उन चाहने वालों के,
जिसके पथ पर लोग हैं चलना चाहते

बड़ी फुर्सत से विधि ने बनाया आपको,
जिसने हर खुबसुरत अदा को दिया आपमें
आचरण,शीलता और भी धैर्यता,
हर कला को भी विधि ने भरा आपमें

खुबियां तो बहुत सी हैं आपमें,
पर सब को अपना बना लेते आप हैं
या बड़े पर्दे पर अभिनय की बात हो,
चाहे टी,वी शोज सभी आपके दास हैं

आपकी ऊम्र हो लम्बी अमिताभ जी,
आप इस जहां में दमकते रहें
जब तक सुरज और चाँद है इस गगन में,
आप हर पल ऐसे ही चमकते रहें

दो-दो शदियों के महानायक आप हैं,
आपका तो कोई जवाब नहीं
आप से जो भी कर ले बात है,
वो समझते हैं कहीं ख्वाब तो नहीं

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjalai.blogspot.com
18-10-2013,friday,11:pm night,(771),
pune,maharashtra.




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