Monday, 19 February 2024

ईंषान ने विग्यान से क्या-क्या न किया है

ईंषान ने विग्यान से, क्या-क्या किया है
जीवन मे हमें ग्यान , मान दिया है

घर बैठे इंटरनेट से सारा,जानकारी मिल रहा
ईंषान अब ब्रह्माण्ड के, तारों को गिन रहा

अब हर तरह की बिमारी का, ईलाज आज है
अध्यात्म पर विग्यान का,लगता है राज है

आज हर एक क्षेत्र मे,विग्यान है भारी
मुठ्ठी में आज देखो,दुनिया है इसकी सारी

सेटेलाइट,कम्प्यूटर,या हो एरोप्लेन
बिजली,फोन,रोबोट,विग्यान की ही देन

अद्भुत,चमत्कारिक,बैग्यानिक शक्तियां
विग्यान से है हमको,बहुत कुछ है मिला

सागर,धरा,अन्तरिक्ष,अब हमारी मुठ्ठी में
भूत,बर्तमान,भविष्य,सब हमारी चुटकी में

विग्यान आज दिन-दिन,विकास कर रहा
पर प्राकृतिक संसाधनों का, नाश कर रहा

विग्यान आज इतना,तेजी से बढ़ रहा
पर अध्यात्म की सिढ़ी से, ये है चढ़ रहा

विग्यान से हम चाहे, कितना हो बढ़ रहे
पर कुदरत की आगे सदा ही, कमजोर रहेंगे

ईंषान ने विग्यान से, क्या-क्या किया है
जीवन मे हमें ग्यान , मान दिया है

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
27-09-2013,friday,4:45pm,(759).
pune,maharashtra.



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