Monday, 19 February 2024

आदमी

होता बहुत महान है, देखो ये आदमी
जीवन भर संघर्ष तो,करता है आदमी

जन्म से लेकर मृत्यु तक,लड़ता है आदमी
सपने अधुरे छोड़कर,मरता है आदमी

रिश्तों की डोर को तो,निभाता है आदमी
कभी स्वार्थ के लिये तो, भुलाता है आदमी

करता विकास बहुत है, देखो ये आदमी
पर कुदरत का नाश भी, करता है आदमी

अपना-पराया खुब ये, करता है आदमी
कभी उपकार के लिये भी, मरता है आदमी

कभी पाप कर्म करके, बढ़ता है आदमी
कभी सत्य के लिये भी, लड़ता है आदमी

कभी सम्मान के लिये तो, मरता है आदमी
कभी अपमान भी तो देखो, सहता है आदमी

कभी ईन्सानियत का पाठ, पढ़ाता है आदमी
कभी दानवों सा काम भी, कर जाता आदमी

कभी मुश्किलों को आसान, बनाता है आदमी
कभी महलों से झोपड़ी मे भी, आता है आदमी

अनहोनी को भी होनी, करता है आदमी
पर वक्त के अनुसार ही, ढलता है आदमी

होता बहुत महान है, देखो ये आदमी
जीवन भर संघर्ष तो,करता है आदमी

मोहन श्रीवास्तव (कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
09-07-2013,tuesday,11.50am,
pune,maharashtra.



No comments: