त्योहारों के देश, इस भारत मे,
जहां सभी त्योहा,र मनाये जाते ।
यहां तो ऐसे, त्योहार भी हैं,
जब दुश्मन को भी, गले लगाये जाते ॥
नाग पंचमी,हरियाली,तीज,
रक्षाबंधन तो भाई-बहन, का प्यार है ।
पवित्र माह है, श्रावण का,
गणेशोत्सव तो, हमारी शान है ॥
श्रीकृष्ण जन्म का, जन्माष्टमी,
तो क्वार मे, दुर्गा पूजा है ।
रोशनी का त्योहार, है दिपावली,
मकर संक्रान्ति सा, ना कोई दूजा है ॥
दक्षिण भारत का, मुख्य है पोंगल,
तो शिवरात्रि, लगता है प्यारा ।
माँ सरस्वति का, बसंत पंचमी पूजा,
और होली का, रंग है न्यारा ॥
ईद,मुहर्रम,नया साल,
व गुड़ी-पाड़वा का कोई, जवाब नही ।
छोटे-बड़े और, कई हैं त्योहार,
जो प्यार से सब कोई, मनाते हैं सभी ॥
त्योहारों के देश, इस भारत मे,
जहां सभी त्योहा,र मनाये जाते ।
यहां तो ऐसे, त्योहार भी हैं,
जब दुश्मन को भी, गले लगाये जाते ॥
मोहन श्रीवास्तव(कवि)
www.kavyapushpanjali.blogspot.com
21-08-2013,wedensday,8pm,(732),
pune,maharashtra.
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